न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Wed, 15 Dec 2021 03:36 PM IST
सार
शेखपुरा इलाके में पिछले कुछ दिनों से अफवाह फैलाई गई है कि कोरोना का टीका लेने से आदमी मर जाता है या फिर नपुंसक हो जाता है। इसी अफवाह व गलत धारणा के कारण लोग टीका लगवाने में आनाकानी कर रहे हैं।
बिहार के शेखपुरा में टीका लगाते स्वास्थ्य विभाग की टीम
– फोटो : video grab
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विस्तार
वायरल वीडियो शेखपुरा जिले के बरबीघा का बताया जा रहा है। बिहार सरकार डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान चला रही है। इसी के तहत मंगलवार को बरबीघा अस्पताल प्रभारी डॉ. फैसल इरशाद अपनी टीम के साथ कोरोना रोधी टीकाकरण के लिए निकले थे। टीम को एक व्यक्ति खेत पर काम करता दिखा। जब उससे पूछा कि उसे टीका लगा है या नहीं, तो वह बोल पड़ा ‘मर जाएंगे सुइया लेवे नहीं करेंगे…।’
टीका लगवाने से नपुंसक होने की अफवाह फैली
डॉ. इरशाद ने उसे समझाया कि टीका लगवाने से कोई दुष्परिणाम नहीं होता है। लेकिन वह व्यक्ति इनकार करता है। इसकी वजह यह है कि शेखपुरा इलाके में पिछले कुछ दिनों से अफवाह फैलाई गई है कि कोरोना का टीका लेने से आदमी मर जाता है या फिर नपुंसक हो जाता है। इसी अफवाह व गलत धारणा के कारण लोग टीका लगवाने में आनाकानी कर रहे हैं।
लोगों के मन में टीके को लेकर कई भ्रांतियां
डॉ. इरशाद ने कह ‘कोरोना टीके को लेकर लोगों के मन में बहुत सारी भ्रांतियां हैं। हम जब टीकाकरण के लिए जाते हैं तो कई लोग वैक्सीन लगवाने से इनकार करते हैं। उन्हें डर है कि टीका लगवाने से वह मर जाएंगे। टीम उन्हें समझाती है कि ऐसा नहीं होगा, फिर भी वह बमुश्किल तैयार होते हैं।