वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Sun, 09 Jan 2022 09:58 AM IST
सार
ओमिक्रॉन अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वैरिएंट बताया गया है, जबकि डेल्टा ने पिछले साल कई देशों में कहर बरपाया था। ऐसे में इनके मिले-जुले नए वैरिएंट के क्या खतरे होंगे, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : पीटीआई
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विस्तार
ओमिक्रॉन अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वैरिएंट बताया गया है, जबकि डेल्टा ने पिछले साल कई देशों में कहर बरपाया था। ऐसे में इनके मिले-जुले नए वैरिएंट के क्या खतरे होंगे, इसका अनुमान लगाया जा सकता है। ब्लूमबर्ग न्यूज ने खबर दी है कि साइप्रस के एक शोधार्थी ने इस नए स्ट्रैन का पता लगाया है, जिसके ओमिक्रॉन और डेल्टा वैरिएंट का सम्मिलित रूप होने का दावा किया गया है।
साइप्रस यूनिवर्सिटी के जीव विज्ञान के प्राध्यापक लियोन्डियोस कोस्ट्रिक्स का इसे ‘डेल्टाक्रॉन’ नाम दिया गया है, क्योंकि इसके ओमिक्रॉन जैसे आनुवंशिक लक्षण हैं और डेल्टा जैसे जीनोम हैं। रिपोर्ट के अनुसार साइप्रस में डेल्टाक्रॉन के अब तक 25 मरीज पाए गए हैं। हालांकि यह वैरिएंट कितना घातक है और इसका क्या असर होगा, यह अभी कहना जल्दबाजी होगी।
कोस्ट्रिक्स ने कहा कि हम पता लगाएंगे कि क्या यह स्ट्रेन अधिक पैथोलॉजिकल या अधिक संक्रामक है और क्या यह पूर्व के दो मुख्य स्ट्रेन से ज्यादा असरकारी होगा। सिग्मा टीवी के साथ चर्चा में उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन डेल्टाक्रॉन से ज्यादा संक्रामक नजर आ रहा है।