न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शिवपुरी
Published by: दिनेश शर्मा
Updated Tue, 21 Dec 2021 02:37 PM IST
सार
शिवपुरी में एमपी एग्रो ने ग्रामीण आजीविका समूह की महिलाओं को पोषण आहार निर्माण संयंत्र अब तक नहीं सौंपा है। जबकि ढाई महीने पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शिवपुरी में भरे मंच से घोषणा कर समूह की महिलाओं को सांकेतिक चाबी सौंपी थी।

शिवपुरी में सीएम ने ग्रामीण आजीविका समूह की महिलाओं को पोषण आहार निर्माण संयंत्र चलाने का जिम्मा दिया था
– फोटो : फाइल फोटो
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विस्तार
शिवपुरी में एमपी एग्रो ने ग्रामीण आजीविका समूह की महिलाओं को टीएचआर फैक्ट्री यानी पोषण आहार निर्माण संयंत्र अब तक नहीं सौंपा है। जबकि ढाई महीने पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शिवपुरी में भरे मंच से घोषणा कर समूह की महिलाओं को चाबी भी सौंपी थी। सीएम ने कहा भी था कि इस फैक्ट्री का संचालन महिला समूह की सदस्य करेंगी, लेकिन अभी इसे ठेकेदार ही चला रहे हैं और महिलाएं ठगा सा महसूस कर रही हैं।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 अक्टूबर को शिवपुरी की टीएचआर फैक्ट्री की चाबी स्व सहायता समूह की महिलाओं को सौंपी थी। यह फैक्ट्री आधिकारिक तौर पर समूह की महिलाओं को ढाई महीने बाद भी नहीं मिल पाई है। अभी भी एमपी एग्रो द्वारा प्राइवेट ठेकेदारों से टीएचआर प्लांट का काम कराया जा रहा है। बीते दिनों यहां पर रात के समय इस प्लांट से पोषण आहार सामग्री के कट्टे चोरी होने का खुलासा भी हुआ। चोरी के इस मामले में प्लांट के सिक्योरिटी सुपरवाइजर, सुरक्षा गार्ड और दो इलेक्ट्रीशियन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
महिलाओं को मिलना है रोजगार
इस संयंत्र को शिवपुरी की ग्रामीण आजीविका समूह की महिलाओं को सौंपे जाने से यहां की महिलाओं को रोजगार से जोड़ना है। इस संयंत्र से शिवपुरी जिला सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पूरक पोषण आहार के रूप में टीएचआर (टेक होम राशन) के पैकेट दिए जाते हैं। टीएचआर पैकेट तैयार करने के लिए शहर में जिला खेल परिसर के सामने टीएचआर प्लांट (दलिया फैक्ट्री) संचालित है। मामले में जिम्मेदार कुछ भी कहने से बच रहे हैं।