बीजिंग. चीन की टेनिस स्टार पेंग शुआई (Missing Chinese Tennis Star Peng Shuai)इन दिनों चर्चा में हैं. 2 नवंबर को पेंग शुआई ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर पर लंबा पोस्ट लिखकर पूर्व उपराष्ट्रपति झांग गाओली के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. उसके बाद से लगभग तीन सप्ताह तक वह कथित तौर पर लापता हो गईं. उनकी अनुपस्थिति ने व्यापक चिंता पैदा कर दी थी. अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों और सरकारों ने चीन से कहा था कि वह इस बात का सबूत दें कि पेंग शुआई (Who is Peng Shuai)सुरक्षित हैं.
इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के बयान में वीडियो कॉल की एक तस्वीर भी शामिल जारी की है, जिसमें पेंग शुआई कैमरे की ओर मुस्कुराती हुई दिखाई दे रही हैं. IOC के बयान के मुताबिक, ‘पेंग शुआई सुरक्षित और अच्छी हैं. फिलहाल वह बीजिंग में अपने घर पर रह रही हैं, लेकिन वह चाहती हैं कि इस समय उसकी निजता का सम्मान किया जाए. वह अपना समय दोस्तों और परिवार के साथ बिताना पसंद करती है और वह टेनिस में शामिल होना जारी रखेगी.’
तेजी से बूढ़ी हो रही चीन की आबादी, आखिर बच्चा पैदा करने से क्यों डर रहे युवा?
आइए जानते हैं कौन हैं पेंग शुआई और क्या है पूरा मामला?
34 साल की पेंग शुआई चीन की ऐसी पहली टेनिस खिलाड़ी हैं, जो टेनिस रैंकिंग में नंबर 1 के पायदान तक पहुंची हैं. महिला टेनिस संघ (WTA) ने फरवरी 2014 में डबल्स स्पर्धा में उन्हें नंबर 1 की रैंकिंग दी थी, क्योंकि उन्होंने बीते साल विंबलडन का खिताब जीता था. बाकी प्रतियोगिताओं में भी उन्होंने जीत दर्ज की थी.

पेंग शुआई 13 सीज़न तक टॉप 100 रैंकिंग में, छह सीज़न तक टॉप 50 रैंकिंग में और दो सीज़न तक टॉप 20 रैंकिंग में शामिल रहीं.
पेंग शुआई चीन के बेहद शानदार टेनिस खिलाड़ियों में से एक हैं. उन्होंने न केवल डबल्स स्पर्धा में 23 से अधिक खिताब जीते हैं, बल्कि वो 2011 में सिंगल्स की रैंकिंग में 14वें स्थान तक पहुंची थीं. चीनी टेनिस खिलाड़ी ली ना के बाद यह दूसरी सबसे ऊंची रैंकिंग थी. हालिया सालों में उनके खेल में वो धार नहीं थी और WTA के मुताबिक आखिरी प्रतियोगिता उन्होंने साल 2020 में खेली थी.
टेनिस के लिए चाचा ने किया प्रेरित
पेंग शुआई का जन्म 8 जनवरी 1986 को हुनान प्रांत के शंगटन में हुआ था. उनके पिता पंग जीजम एक पुलिसकर्मी थे और उनकी मां का नाम संग बींग था.आठ साल की उम्र में ही पंग शुआई ने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था और इसके लिए उन्हें उनको चाचा ने प्रेरित किया था जो कि चीन के प्रसिद्ध टेनिस कोच थे.
12 साल की उम्र में हुई थी दिल की बीमारी
हालांकि, 12 साल की उम्र में पेंग की दिल की एक बीमारी का पता चला और उन्हें इसके लिए एक सर्जिकल प्रकिया से गुजरना पड़ा. उनके परिजन चाहते थे कि वो यह सर्जरी न कराएं. लेकिन, पेंग जानती थीं कि टेनिस जारी रखने के लिए यह ज़रूरी है और मेहनत और लगन से असंभव लक्ष्य को भी पाया जा सकता है.
चीन: जहां सरकार की बात न मानने पर गायब हो रहे लोग, सामने आए चौंकाने वाले खुलासे

पेंग शुआई ने 2013 में विंबलडन और 2014 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता.
15 साल की उम्र में जीता पहला सिंगल टाइटल
पेंग शुआई की मेहनत आखिर रंग लाई. साल 2000 में उन्होंने चीन में अपना पहला टूर्नामेंट खेला, जहां वो सेमीफ़ाइनल तक गईं. साल 2001 में 15 साल 4 महीने की उम्र में उन्होंने अपना पहला सिंगल टाइटल जीता. कई उतार-चढ़ाव के बाद साल 2004 में उन्होंने पहली बार 100 बेस्ट टेनिस खिलाड़ियों की रैंकिंग में अपनी जगह बनाई, जिसमें वो साल 2015 तक रहीं. इस दौरान एक सीज़न में वो घायल भी रहीं.
दो ग्रैंडस्लैम और नंबर वन रैंकिंग
पेंग शुआई 13 सीज़न तक टॉप 100 रैंकिंग में, छह सीज़न तक टॉप 50 रैंकिंग में और दो सीज़न तक टॉप 20 रैंकिंग में शामिल रहीं. अगस्त 2011 में वो 14वें स्थान पर पहुंचीं, जो ली ना के बाद किसी चीनी टेनिस खिलाड़ी की सबसे ऊंची रैंकिंग थी. ली ना दूसरी रैंक तक पहुंच चुकी हैं. उन्होंने सिंग्लस गेम में दो टाइटल जीते, 2017 में वो यूएस ओपन के सीमाफ़ाइनल तक पहुंचीं. उन्होंने किम क्लाइस्टर्स, मार्टिना हिंगिस, अमीली मॉरेस्मो, फ्रांचेस्का स्केवोने और मैरियोन बार्तोली जैसी टेनिस खिलाड़ियों के ख़िलाफ़ जीत हासिल की. उन्होंने 2013 में विंबलडन और 2014 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीता. इसी साल वो डबल्स की स्पर्धा में नंबर-1 की रैंकिंग पर पहुंचीं.
दोनों हाथों से करती हैं ड्राइव
पेंग शुआई कहती हैं कि हार्ड कोर्ट उनका पसंदीदा है. पसंदीदा शॉट ड्राइव है, जो वो दोनों हाथों से करती हैं. उन्होंने स्वीकार किया है कि जॉन मैकेनरो उनके पसंदीदा टेनिस खिलाड़ी रहे हैं. उन्होंने अब तक इन खिताब के जरिए कुल 96 लाख डॉलर की इनामी रकम जीती है.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.
Tags: IOC chief Olympics, Peng shuai, Sexual Assault